चर्म रोग का इलाज

चर्म रोग का इलाज ::- ------------------------ -20 ग्राम शहद ठंडे पानी में मिलाकर चार पांच महीने तक रोज सुबह पीवे | -प्रतिदिन ... thumbnail 1 summary

चर्म रोग का इलाज ::-

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-20 ग्राम शहद ठंडे पानी में मिलाकर चार पांच महीने तक रोज सुबह पीवे |
-प्रतिदिन 10 ग्राम सौंफ बिना मीठा मिलाये वैसे ही चबा -चबा कर नियमित कुछ दिनों तक खाने से रक्त शुद्ध होता है और त्वचा का रंग साफ़ होता है.
-गर्मी के दिनों में नींबू का शरबत पीये. इससे खून साफ़ होता है और ठंडक भी मिलती है.
-नीम के पत्ते डाल कर उबाले गए पानी से स्नान करने से चर्म रोग मिटते है.
-दाद, खाज, फुंसी, फोड़े इत्यादि चर्म रोगों में ताजे संतरे के छिलके पीस कर लगाने से लाभ होता है.
-सर्दी के दिनों में तिल का शुद्ध तेल शरीर पर मलने से शरीर में गर्मी आती है. रक्त की गति तीव्र होती है और त्वचा का रूखापन भी समाप्त होता है.



-गर्मी की घमौरियों पर बर्फ का टुकड़ा मलने से घमौरियां मुरझा जाती है और राहत मिलती है.
-तुलसी का अर्क लगाने से सभी तरह के चरम रोग चले जाते है .
- लहसुन पिस क्र उसमे पानी मिलकर लगाने से भी ठीक होता है .
-हाथ पाँव में जलन की शिकायत होने पर सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिया व मिश्री मिलाकर पीस कर छान ले. खाना खाने के बाद 5-6 ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण लेने से राहत मिलती है.
-नीम की पत्तियों को पीसकर हाथ पेरों पर लेप करने से जलन शांत होती है.
-चर्म रोगों में फिटकरी बड़ी गुणकारी होती है. जिस स्थान पर चर्म रोग हुआ हो उस स्थान को बार -बार फिटकरी के पानी से धोने से लाभ होता है.
-बादाम का तेल चहरे पर विशेषकर आँखों के आसपास मलने से झुर्रियां नहीं पड़ती.
-जड़ सहित तुलसी का हरा भरा पौधा लेकर धो लें, इसे पीसकर इसका रस निकालें। आधा लीटर पानी- आधा लीटर तेल डालकर हल्की आंच पर पकाएं, जब तेल रह जाए तो छानकर शीशी में भर कर रख दें। तेल बन गया। इसे सफेद दाग़ पर लगाएं।